
मिट्टी की मूरत बोल उठी,
बनने से पहले फिर मूरत।
जाने ये क्या कुछ काम करेगी ,
बनने से पहले फिर मूरत।
आई है क्या एक धेय बनाकर ,
या धेय बनेगी ये आकर।
पहचान बनाकर जायेगी या,
रह जायेगी ये खोकर।
अनजानी राहों को पायेगी या ,
बाट चुनेगी खा कर ठोकर।
मिट्टीकी मूरत बोल उठी,
बनने से पहले फिर मूरत।
mitti ki moorat mitne mein; mit mit sau baar sawarti hai...
ReplyDeletemitti mitti par marti hai; mitti mitti ko rachti hai...